सन्देश
परिवर्तन प्रकृति का नियम है। वैदिक कालीन गुरुकुल शिक्षा और आधुनिक शिक्षा प्रणाली पर यदि दुष्टिपात किया जाए तो दोनों का दुष्टिकोण अलग-2 है। गुरुकुल शिक्षा प्रणाली मानसिक और शारीरिक अनुशासन, व्यक्तिगत ध्यान नैतिक मूल्य और व्यावहारिक कौशल पर जोर देता है, जबकि आधुनिक शिक्षा प्रणाली अकादमिक विषयों पर ध्यान केंद्रित करती है।गुरुकुल पुरम्परा एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा थी। इसी उद्देश्य को उच्च शिक्षा ने अपने परिवर्तन में प्रमाणित किया है। रोजगारपक शिक्षा के उद्देश्य को नई शिक्षा नीति ने अपना मूल मन्त्र माना जिसके परिणाम स्वरूप उच्च शिक्षा में अनेक बदलाव आये हैं। आज हम राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय दोनों ही स्तर पर उच्च शिक्षा के माध्यम से युवाओं को तैयार कर रहे हैं। शिक्षा का बाजारीकरण न हो इसलिए उत्तम से सर्वोत्तम की ओर भारत निरन्तर प्रगति कर रहा है।महाविद्यालय प्रतिबद्ध है-छात्रों के हित को ध्यान में रखकर उन्हें खेलकूद, मच प्रतियोगिताओ सास्कृतिक विरासत, वैज्ञानिक पहलुओं की तरफ आगे बढ़ाने के लिए क्योंकि किसी भी राष्ट्र या महाविद्यालय का विकास वहाँ के युवाओं पर ही निर्भर करता है|आज सूचना क्रान्ति ने छात्रहित में अहम भूमिका निभाई है। महाविद्यालय के शिक्षक कक्षाओं के साथ-साथ यूट्यूब पर मी अपने लैक्चर डालते हैं। विभिन्न माध्यमों से छात्रों का सम्पूर्ण विकास किया जा रहा है। समय-समय पर पठन-पाठन के साथ अन्य गतिविधियां महाविद्यालय में निस्तर होती रहती है, जिनसे छात्रों का सर्वांगीण विकास होता है।महाविद्यालय के प्रबन्ध तुन्त्र का पूर्ण सहयोग सदैव महाविद्यालय हित के लिए मिलता रहा है। हमारा लक्ष्य नये भारत का निर्माण करना है और आज का युवा ही हमारे भविष्य के भारत का कर्णधार है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित महाविद्यालय आज सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में अपना प्रमुख स्थान रखता है। सम्पूर्ण महाविद्यालय परिवार संकल्पित है इसे और ऊंचाईयों पर पहुंचाने के लिए और वह सम्भव हो रहा निरन्तर बढ़ते कदमों से। महाविद्यालय सदैव अध्ययन अध्यापन एवं अनुशासन के क्षेत्र में अग्रणी रहे। छात्र-छात्राएं निरन्तर यहाँ से शिक्षा ग्रहण करके विविध आयामों को प्राप्त करें और महाविद्यालय की शिक्षा को विश्वपटक पर अलोकित करें।
…..विद्यार्थियों की उन्नति सभी के उत्तम एवं उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाओं के साथ…
प्राचार्य
डॉ० अजीत कुमार राव
हर्ष विद्या मन्दिर (पी० जी०) फॉलेज, रायसी हरिद्वार